Contents
hide
Desi Kahani Lakadhara aur Bhoot
एक बार की बात है एक नगर में एक लकड़हारा रहता था। वह जंगल में रोज लकड़ियां काटने जाता था। और उसे बेचकर उसे मिलने वाले पैसों से अपने परिवार का भरण पोषण करता था।
एक दिन वह एक घने जंगल में गया और एक अच्छा सा पेड़ ढूंढने लगा। पेड़ मिलने पर वह पेड़ काटने लगा। तभी एक आवाज आई, अगर तुम ने पेड़ काटा तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा। लकड़हारा चौक गया।
तभी उसने इधर उधर देखा और अपने सामने एक देवी को खड़ा पाया। यह सब देख कर मैं देवी से पूछता की आप कौन है और मुझे पेड़ काटने से क्यों रोक रही है।
जंगल की रानी ने बोली की मैंने तुम्हें पेड़ काटने से इसलिए रोका क्यों की अगर तुम इसी तरह पेड़ काटते रहे तो एक दिन पूरी दुनिया के पेड़ ख़त्म हो जायेंगे और सम्पूर्ण सृष्टि का विनाश हो जाएगा। यह सच जानकार लकड़हारा चौक जाता है। फिर कहता है की मैं अपने परिवार को क्या खिलाऊंगा मेरी कमाई का यही तो एक मात्र साधन है।
तभी जंगल की रानी लकड़हारे को को कहती है की मैं तुम्हारी सब बात समझ गयी। मैं तुम्हे एक ऐसा वरदान दूँगी जिसमे तुम मुझसे कुछ भी मांग सकते हो बदले में तुम आज के बाद कभी भी कोई पेड़ नहीं काटोगे। लकड़हारा मान जाता है और कहता है की वो इस बारे में अपनी बीवी से सलाह करना चाहता है। देवी मान जाती है।
वो अपनी आँखों में सपने लिए अपनी बीवी के पास चल देता है। रास्ते में उसे अपना एक दोस्त मिलता है। वह जंगल की सारी कहानी अपने दोस्त को बताता है। उसका दोस्त उसे समझाता है की वो राजा बनाने का वरदान क्यों नहीं मांग लेता उससे उसके सरे दुःख दूर हो जायेंगे। वह अपने दोस्त की बात से खुश होता है परंतु अपने दोस्त को मना कर देता है और कहता है की पहले मुझे अपनी बीवी से बात करनी है।
बहुत ही ख़ुशी के साथ वह अपनी बीवी के पास जाता है और उसे जल्दी बाहर बुलाता है और रानी की सभी बाते वो अपनी बीवी को बताता है।
उसकी बीवी अपना चतुर दिमाग चलाती है, और बोलती है की तुम एक काम क्यों नहीं करते आप रानी से एक भूत बनाने का वरदान क्यों नहीं मांग लेते। उससे हम लोगों को डरा सकते है और डर कर लोग हमारी सभी बात मान जाएंगे। लकड़हारा कहता है तुम शायद ठीक कह रही हो।
वह रानी के पास जाता है और रानी से भूत बनने का वरदान मांगता है। वह खड़ा हो जाता है
रानी उसे भूत में परिवर्तित कर देती है। लकड़हारा जल्दी गांव की तरफ वापस जाता है
लकड़हारा लोगों को डराने की कोशिश करता है। और लोग डर भी जाते है। पर थोड़ी ही देर में सब उल्टा हो जाता है।
लोग डर की वजह से उस पर हमला कर देते है और वह डर कर भागने लगता है। भागते समय उसके सर पर एक बड़ा पथ्थर चोट पहुँचता है जिससे उसकी मौत हो जाती है।
MORAL STORY
कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने विवेक से काम लेना चाहिए। लकड़हारे को पता था की लोगों को डरा कर अपना स्वार्थ सिद्ध करना उचित नहीं है फिर भी वह ऐसा करता है। नतीजा आप सब की सामने है।
DESI KAHANI लकड़हारा और भूत